युवराज सिंह (युवी) भारत के क्रिकेट खिलाडी हैं। इनका जन्म 12 दिसंबर 1981 को चंडीगढ़ में भूतपूर्व क्रिकेट खिलाड़ी योगराज सिंह के यहाँ जाट परिवार में हुआ था। इन्होंने 20-20 विश्व कप 2007 में इंग्लैंड के खिलाफ 6 गेंदों में 6 छक्के मारे थे, और 20-20 में 12 गेंदों में अर्धशतक बनाने का विश्व रिकॉर्ड भी उनके नाम है। उनको सिक्सर किंग नाम से जाना जाता है। युवराज सिंह को विश्व कप 2011 में अहम भूमिका निभाने में मैन ऑफ़ द टूर्नामेंट चुना गया। इंडियन प्रीमियर लीग में किंग्स इलेवन पंजाब, पुने वॉरियर्स इंडिया, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, [दिल्ली डेयरडेविल्स]] की और से खेल चुके है , हाल में आईपीएल विजेता सनराइजर हैदराबाद से खेल रहे है। इन्होंने १ ओवर मे ६ छक्के लगाने का विश्व रिकार्ड बनाया है

            युवराज सिंह के पिता का नाम  योगराज सिंह था! योगराज सिंह को भी क्रिकेट से बहुत प्यार था और वह भी एक क्रिकेट प्लेयर रह चुके थे! युवराज सिंह  के पिता बचपन से ही यही चाहते थे की युवराज सिंह  एक क्रिकेटर प्लेयर बने और अपने देश के लिए इंडियन  क्रिकेट team में खेले! युवराज सिंह  को भी बचपन से ही क्रिकेट से बहुत प्यार था! और आखिरकार युवराज सिंह  ने 3 अक्तूबर 2000 को अपने क्रिकेट जीवन का पहला मैच इंडियन क्रिकेट team में खेला! उसके बाद युवराज सिंह ने पीछे मुढ़कर नहीं देखा और लगातार इंडियन क्रिकेट टीम के लिए बढ़िया प्रदर्शन करने लगे!

        युवराज सिंह (Yuvraj Singh) को विश्व कप 2011 में अहम भूमिका निभाने में मैन ऑफ़ द टूर्नामेंट चुना गया। इंडियन प्रीमियर लीग में किंग्स इलेवन पंजाब, पुने वॉरियर्स इंडिया, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, दिल्ली डेयरडेविल्स की और से खेल चुके है, हाल में आईपीएल विजेता सनराइजर हैदराबाद से खेल रहे है। इन्होंने १ ओवर मे ६ छक्के लगाने का विश्व रिकार्ड बनाया है। युवराज सिंह (Yuvraj Singh) को भी बचपन से ही क्रिकेट से बहुत प्यार था| और आखिरकार युवराज सिंह ने 3 अक्तूबर 2000 को अपने क्रिकेट जीवन का पहला मैच इंडियन क्रिकेट team में खेला, उसके बाद युवराज सिंह ने पीछे मुढ़कर नहीं देखा और लगातार इंडियन क्रिकेट टीम के लिए बढ़िया प्रदर्शन करने लगे।

        युवी ने अपने जीवन में एक बड़ा रिकॉर्ड तब बनाया जब 2007 के 20-20 विश्व कप में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए एक मैच में स्टुअर्ड ब्राड के 6 बाल पर 6 छक्के लगाया। युवराज सिंह ने 6 बाल पर 6 छक्के लगाकर पूरी दुनिया के क्रिकेट प्रेमी को हिला कर रख दिया। 6 बाल पर 6 छक्के लगाना अपने आप में एक बहुत बड़ा रिकॉर्ड है। इसके साथ साथ 2007 के 20-20 विश्व कप के मैच में युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने मात्र 12 गेद पर 50 रन बनाकर एक विश्व कप रिकॉर्ड भी बना दिया। युवराज सिंह (Yuvraj Singh) के 12 गेद पर 50 रन बनाने का रिकॉर्ड अभी तक कोई नहीं तोड़ पाया है। युवराज सिंह एक बहुत ही तेजी से रन बनाने वाले बैटमैन थे।

        Yuvraj Singh ने अभी तक 250 से भी ज्यादा ODI और 40 से भी ज्यादा टेस्ट मैच खेल चुके है! अपने क्रिकेट जीवन में Yuvraj Singh बहुत सारे रिकॉर्ड बनाये है! अगर Yuvraj Singh के इस समय की बात करे तो अभी Yuvraj Singh इंडियन क्रिकेट team से बाहर चल रहे है! लेकिन हम उम्मीद करते है की जल्दी ही Yuvraj Singh  इंडियन क्रिकेट team में वापसी करेगें! और अपने पुराने अंदाज में फिर से क्रिकेट खेलना start कर देनें! 

        युवराज को 2012 में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी द्वारा “अर्जुन” पुरस्कार से सम्मानित किया गया. 2014 में युवराज “पद्मश्री” पुरस्कार से भी सम्मानित किये गए जो की भारत का चौथा सबसे बड़ा अवार्ड है. 2014 में रॉयल चैलेंजर बंगलोर ने युवराज को IPL की नीलामी में सबसे महंगा खिलाडी 14 करोड़ में ख़रीदा. 2015 की IPL नीलामी में दिल्ली डेयरडेविल्स ने युवराज को 15 करोड़ में ख़रीदा. 2016 की IPL नीलामी में सनराइजर हैदराबाद ने युवराज को 7 करोड़ में ख़रीदा.

व्यक्तिगत जीवन :

        युवराज का जन्म पंजाब में हुआ है. युवराज भूतपूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह और शबनम सिंह के बेटे है. उनके माता-पिता के तलाक के बाद युवराज अपनी माता के साथ रहते थे. बचपन में टेनिस और रोलर स्केटिंग युवराज के पसंदीदा खेल थे और युवराज दोनों भी खेल अच्छा ही खेलते थे. युवराज ने अन्तराष्ट्रीय अंडर 14 रोलर स्केटिंग चैंपियनशिप भी जीती है. लेकिन उनके पिता ने उनके सारे मेंडल्स फेक दिए थे और कहा था की वे सिर्फ क्रिकेट पर ही ध्यान दे. युवराज के पिता उन्हें रोज अभ्यास के लिए ले जाते थे. उन्होंने अपनी पढाई DAV पब्लिक स्कूल, चंडीगढ़ से की. युवराज ने बाल कलाकार के रूप में छोटे रोल भी किये, मेहँदी सांगा दी और पुट सरदार में उन्होंने छोटे किरदार निभाये है. युवराज ने 12 नवंबर 2015 को हजेल कीच से सगाई की थी.

कॅरियर : 

        युवराज सिंह पहली बार कूच-बिहार ट्राफी के दौरान चर्चा में आए जब उन्होंने पंजाब क्रिकेट टीम की तरफ से खेलते हुए 358 रन बनाए. इस प्रदर्शन के बल पर उन्हें साल 2000 में अंडर 19 विश्व कप के लिए भारतीय टीम में खेलने का मौका मिला. भारत ने इस साल यह प्रतियोगिता जीत भी ली.

        साल 2000 में ही युवराज को भारतीय क्रिकेट टीम के लिए भी चुना गया. आईसीसी नॉक-आउट ट्राफी के दौरान केन्या के खिलाफ उन्होंने अपना पहला मैच खेला. इस सीरीज के दूसरे ही मैच में युवी ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ विस्फोटक रुख अपनाते हुए अपने बल्ले की धाक दिखा दी थी. इस मैच में उन्होंने 82 गेंदों पर 84 रन बनाए पर सीरिज के बाद युवी को टीम में दुबारा जगह बनाने के लिए एक साल का इंतजार करना पड़ा.

        2002 में नेटवेस्ट सीरीज के दौरान युवराज सिंह ने मोहम्मद कैफ के साथ मिलकर फाइनल में भारत की जीत में अहम रोल निभाया था. यह मैच युवराज के कॅरियर के लिए एक टर्निंग प्वॉंइट की तरह साबित हुआ. साल 2002 से लेकर 2005 तक कई अहम मौकों पर युवी ने राहुल द्रविड़ और कैफ के साथ मिलकर भारत को कई जीतें दिलाईं.

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