त्रुटियों के संशोधन का नाम ही उन्नति है।
- लाला लाजपतराय
सबकी उन्नति में ही अपनी उन्नति समझनी चाहिए।
-स्वामी दयानंद सरस्वती
-अरस्तू
प्रत्येक को अपनी उन्नति में संतुष्ट नहीं रहना चाहिए, किंतु सबकी उन्नति में ही अपनी उन्नति समझनी चाहिए।
-दयानंद स्वामी
हमारी सबसे बड़ी शान कभी न गिरने में नहीं है, बल्कि जब-जब हम गिरें, हर बार उठने में है।
-कन्फ्युशियस
जो आप न उठना चाहे अपने पैरों पर भाई।
उन हीन जनों की जग में कर सकता कौन भलाई।
- रामेश्वर करुण
स्वयं की उन्नति में ध्यान दो तो दूसरों की निंदा का समय ही नहीं मिलेगा। -अज्ञात