
दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। World Environment Day 2020: आज विश्व पर्यावरण दिवस है। इसे पहली बार संयुक्त राष्ट्र के तत्वाधान में 5 जून, 1974 को मनाया गया था। इसके बाद से हर साल विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून को मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों के मन में पर्यावरण के संरक्षण और सुरक्षा के प्रति चेतना जागृत करना है। इस साल विश्व पर्यावरण दिवस की थीम "पर्यावरण और प्रकृति के लिए समय" ( Time for Nature) है। आइए, इसके इतिहास और महत्व को जानते हैं-
विश्व पर्यावरण दिवस इतिहास
ऐसे समय जब प्रदूषण स्तर वैश्विक स्तर पर काफी बढ़ गया, वैसे में वैश्विक मंच पर पर्यावरण को बचाने की मांग बढ़ गई है। इस मांग को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र के तत्वाधान में साल 1972 में पर्यावरण संरक्षण विषय पर महासभा आयोजित की गई। इस सभा में गंभीरता से पर्यावरण संरक्षण विषय पर चर्चा की गई। इसके बाद सर्वसम्मति से वैश्विक स्तर पर पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण पर बल दिया गया। साथ ही हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की घोषणा की गई।
भारत में पर्यावरण दिवस मनाने की शुरुआत
भारत में साल 1986 में एक विधेयक पारित किया गया, जिसका नाम पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम था। इस विधेयक के तहत हवा, पानी और भूमि की सभी चीज़ों को पर्यावरण के अंतर्गत रखा गया। जबकि इस विधेयक की शक्तियां केंद सरकार को दी गईं। इस साल कोरोना वायरस महामारी के चलते लोग घर से पर्यावरण दिवस मना रहे हैं।
विश्व पर्यावरण दिवस महत्व
इसे मानने का मुख्य उद्देश्य प्रदूषण को बढ़ते स्तर को कम करना, पर्यावरण को सुरक्षित और संरक्षित रखना आदि है। इसके साथ ही आने वाली पर्यावरणीय चुनौतियों से कैसे निपटा जाए, इस पर भी बल देना इसके उद्देश्यों में शुमार है। खासकर हाल के दिनों में जिस तरह से अमेजन और ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में भीषण आग लगी है, उससे पर्यावरण को अपार क्षति हुई है।